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डाउनलोड مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0
Package Name | com.hasn.haaahhaa |
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Category | ऐप्स, वीडियो प्लेयर और संपादक |
Latest Version | 1.0 |
Get it On | |
Update | September 02, 2020 (4 years ago) |
कृपया डाउनलोड करें और साझा करें مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0, श्रेणी वीडियो प्लेयर और संपादक में चित्रित ऐप्स में से एक।
>प्लस, कुछ अन्य ऐप्स जिसे आप One Player,
TikTok v22.2.4 APK + MOD (All Region/Watermark)
MOD APK, KineMaster Pro (MOD, Premium Subscribed) MOD APK, YouTube,
Alight Motion v4.0.2 APK + MOD (Premium/XML Added)
MOD APK, IPTV Pro (पूर्ण संस्करण Apps) v5.4.1 MOD APK के रूप में डाउनलोड कर सकते हैं। यदि आप مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0 से संतुष्ट महसूस करते हैं।
hasan Faraj Abdul Raouf द्वारा जारी, مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0 आज उपलब्ध सर्वोत्तम और सर्वश्रेष्ठ मोबाइल फोन अनुप्रयोगों में से एक है। ऐप स्टोर के वीडियो प्लेयर और संपादक श्रेणी में स्थित है।
مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0 के लिए न्यूनतम ऑपरेटिंग सिस्टम Android 4.0.3+ और ऊपर है। इसलिए यदि आपको पहले से नहीं है तो आपको अपना फोन अपडेट करना होगा।
एपीकेड्रोइड पर, आपको مهرجان هضرب عيار علي الجسد سادات العالمي و مسلم - v1.0 APK मुफ्त डाउनलोड मिलेगा, नवीनतम संस्करण 1.0, प्रकाशन की तारीख 2020-09-01 होने के साथ, फ़ाइल का आकार 10.8 MB है।Google Play Store के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 1000 डाउनलोड हैं। यदि आप चाहें तो एंड्रॉइड पर व्यक्तिगत रूप से डाउनलोड या इंस्टॉल किए गए ऐप हो सकते हैं। अपने ऐप्स को भी अपडेट करें। आपको नवीनतम सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करता है और सुरक्षा में सुधार करता है। और एप्लिकेशन की स्थिरता। अब यह आनंद लें !!!
عارف البير وغطاه علشان كدة ربنا غضبان عليه
من امتي كان الاسد عامل حساب لرعاع
يكفيني متحركتش وكان كله في بعض
هضرب عيار علي الجسد يعمي وينهيكو
يا اصحاب كمالة عدد انا غول وهرازيكو
ياما شوفت كتيرفيها كلها بتعض ف بعضيها
مفيش خير ثابت مش بس خد وهات
في المصلحة مع بعض
فنيتو في ثانيه قلبو علي بعض
وهلم جر
كنت في جره وطلعت بره
كده بتخسر رجاله
في النداله مش طالعه
النداله دي شطاره اديني اماره
النداله دي شطاره
واش يا واش علي اللي افتري
علي الارض ما خليت
لا يطول اراضي ولا سما
وتفك علي شديد
مذنب ولازم اتعاقب علي اصلي وتربيتي
صاحبي لما ساقو العشم حقني في وريدي
مش هتتحرك من مكانك
كله طالع قدام معانا
هتتحسر هنا نفسيتك جحيم
ديما باصص لغيرك
علشان ربنا مش مديك
قول الحمد لله علي اللي في ايديك
انا عارف البير وغطاه
علشان كدة ربنا غضان عليك
مش بترضي اللي حواليك
عاش لنفسك بس
هو انت جنسك ايه
فوق فوق
انت مش عايش لوحدك
حب الخير للناس
هتلاقيهم حواليك
هتعيش لنفسك
هتموت لوحدك في البيتت
فوق فوق
الدنيا جري فيها ايه
فوق قي فوق بقي
هي الدنيا جرا فيها ايه
من امتي كان الاسد عامل حساب لرعاع
يكفيني متحركتش وجايبلي كله في بعض
اراجوز وكام برافان وراح يرمولي التاني
وايه السبب من الاول رفض التصنيف اناني